INTERNET RELATED VOCABULARY
(इंटरनेट से संबधित शब्दावली)
आज के युग को अगर हम इंटरनेट का युग कहे तो कोई अतिसयोक्ति नही होगी . क्योंकि वर्तमान समय मे ऐसा कोई कार्यालय या कोई संस्था नही है जहाँ पर इंटरनेट का उपयोग नही होता है
. और ऐसे बहुत ही कम व्यक्ति होंगे जो इंटरनेट के बारे मे नही जानता हो या इंटरनेट शब्द ना सुना हो. आज हम इंटरनेट के मध्यम से हज़ारो किलो मीटर वार्तालाप कर सकते है और उसे देख सकते है . इंटरनेट नेट आज विश्व को एक ग्लोबल विलेज (Global Village) बना दिया है. आईये आज हम इंटरनेट से संबंधित मुख्य शब्दों से परिचित होते है….
1. प्रोटोकॉल(Protocol) :- यह एक ऐसी मानक औपचारिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से कम्प्यूटर नेटवर्क में अंकीय संचार किया जाता है।
. और ऐसे बहुत ही कम व्यक्ति होंगे जो इंटरनेट के बारे मे नही जानता हो या इंटरनेट शब्द ना सुना हो. आज हम इंटरनेट के मध्यम से हज़ारो किलो मीटर वार्तालाप कर सकते है और उसे देख सकते है . इंटरनेट नेट आज विश्व को एक ग्लोबल विलेज (Global Village) बना दिया है. आईये आज हम इंटरनेट से संबंधित मुख्य शब्दों से परिचित होते है….
1. प्रोटोकॉल(Protocol) :- यह एक ऐसी मानक औपचारिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से कम्प्यूटर नेटवर्क में अंकीय संचार किया जाता है।
2. Browse :- जब इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोजा जाता है तो उस प्रक्रिया कहते हैं।
3. ब्राउजर(Browser) :- यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से यूजर सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए इंटरनेट में प्रवेश करता है।
4. वेब सर्वर(Web Server) :- यह प्रोग्राम वेब ब्राउजर के द्वारा संसाधनों को प्राप्त करने के लिए यूजर द्वारा दिए गए अनुरोध को पूरा करता है।
5. नेटवर्क(Network) :- कई सिस्टमों को एक साथ जोड़कर बनाए गए संजाल को नेटवर्क क हते हैं। इसके द्वारा एक साथ कई जगहों पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करना संभव है।
6. आन-लाइन(Online) :- जब यूजर इंटरनेट पर जान-करियों व सेवाओं का अध्ययन करता है। तब कहा जाता है कि यूजर ऑन लाइन है।
7. होम पेज(Home Page) :- यह किसी भी साइट का शुरूआती प्रदर्शित पेज है। जिसमें सूचनाएं हाईपरलिंक द्वारा जोड़ी जाती है।
8. ऑफ लाइन(Offline) :- इसमें यूजर इंटरनेट में मौजूद सूचनाओं को अपने अपने सिस्टम में संग्रहित कर इंटरनेट संपर्क काट देता है।
9. हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैग्वेंज (Hypertext Markup Language) :- हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैग्वेंज (Hypertext Markup Language or HTML) का प्रयोग वेब पेज बनाने में किया जाता है। शुरूआत में इसका प्रयोग वेब पेज डिजाइन करने में किया जाता था।
10. हाइपर टेक्स्ट ट्रॉसंफर प्रोटोकॉल (HTTP) :- इसका प्रयोग एचटीएमएल में संगृहित दस्तावेजों व दूसरे वेब संसाधनों कों स्थानांतरित करने में किया जाता है।
11. टीसीपी/आईपी (TCP/IP) :- इसका प्रयोग सूचनाओं के आदान-प्रदान में किया जाता है।
12. यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) :- इसका प्रयोग वेब पर किसी विशेष सूचना को संचालित करने में किया जाता है।
13. वेब पेज (Web Page) :- होम पेज पर बने हाइपर लिंक पर क्लिक करने पर जो पेज हमारे सामने प्रस्तुत होता है, उसे वेब पेज कहते हैं।
वेबसाइट- वेब पेजों के समूहों को वेबसाइट कहते हैं। जिसमें आडियो, वीडियों, इमेजेस का समावेश होता है।
14. हाइपर लिंक (HyperLink) :- वेब पेज में मौजूद वे विशेष शब्द या चित्र जिस पर क्लिक करने पर उस शब्द या चित्र से सम्बंधित एक अलग वेब पेज पर आ जाती है। उसे वेब पेज को हाइपर लिंक कहते है।
15 डाउनलोड (Download) :- इंटरनेट या किसी अन्य कंम्प्यूटर से प्राप्त सूचनाओं को अपने कम्प्यूटर में एकत्रित करना डाउनलोड कहलाता है।
16. अपलोड (Upload) :- अपने कम्प्यूटर से किसी अन्य कम्प्यूटर में सूचनाएं भेजना अपलोड कहलाता है। जैसे ई-मेल भेजना।
17. सर्वर (Server) :- वह कम्प्यूटर जो इंटरनेट प्रयोग करने वाले सिस्टम को सूचनाएं प्रदान करने की क्षमताएं रखता है, सर्वर कहलाता है।
18. सर्फिंग (Suffering) :- इंटरनेट के नेटवर्कों में अहम सूनचाओं को खोजने का काम सर्फिंग कहलाता है।
19. इंटरनेट एड्रेस (Internet Address) :- इंटरनेट में प्रयुक्त एड्रेस के मूलभूत हिस्से को डोमेन कहा जाता है। इंटरनेट से जुड़े हर कम्प्यूटर का एक अलग डोमेन होता है। जिसे डोमेन नेम सिस्टम कहते हैं। जिसे 3 भागों में बांटा जा सकता है।
1.जेनेरिक डोमेन
2.कंट्री डोमेन
3.इनवर्स डोमेन
20. चैट (Chat) :- इंटरनेट के द्वारा दूर स्थिर अपने मित्र या सगे-सम्बंधियों से वार्तालाप करना, Chat कहलाता हैं।
21. वेब साइट (Website) :- वेब साइट इंटरनेट सुविधा प्रदान करने वाले कम्प्यूटर का पता होता है . जिसके मध्यम वेब साइट संचालक इंटरनेट सुविधा प्रदान करता है .3. ब्राउजर(Browser) :- यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से यूजर सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए इंटरनेट में प्रवेश करता है।
4. वेब सर्वर(Web Server) :- यह प्रोग्राम वेब ब्राउजर के द्वारा संसाधनों को प्राप्त करने के लिए यूजर द्वारा दिए गए अनुरोध को पूरा करता है।
5. नेटवर्क(Network) :- कई सिस्टमों को एक साथ जोड़कर बनाए गए संजाल को नेटवर्क क हते हैं। इसके द्वारा एक साथ कई जगहों पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करना संभव है।
6. आन-लाइन(Online) :- जब यूजर इंटरनेट पर जान-करियों व सेवाओं का अध्ययन करता है। तब कहा जाता है कि यूजर ऑन लाइन है।
7. होम पेज(Home Page) :- यह किसी भी साइट का शुरूआती प्रदर्शित पेज है। जिसमें सूचनाएं हाईपरलिंक द्वारा जोड़ी जाती है।
8. ऑफ लाइन(Offline) :- इसमें यूजर इंटरनेट में मौजूद सूचनाओं को अपने अपने सिस्टम में संग्रहित कर इंटरनेट संपर्क काट देता है।
9. हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैग्वेंज (Hypertext Markup Language) :- हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैग्वेंज (Hypertext Markup Language or HTML) का प्रयोग वेब पेज बनाने में किया जाता है। शुरूआत में इसका प्रयोग वेब पेज डिजाइन करने में किया जाता था।
10. हाइपर टेक्स्ट ट्रॉसंफर प्रोटोकॉल (HTTP) :- इसका प्रयोग एचटीएमएल में संगृहित दस्तावेजों व दूसरे वेब संसाधनों कों स्थानांतरित करने में किया जाता है।
11. टीसीपी/आईपी (TCP/IP) :- इसका प्रयोग सूचनाओं के आदान-प्रदान में किया जाता है।
12. यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) :- इसका प्रयोग वेब पर किसी विशेष सूचना को संचालित करने में किया जाता है।
13. वेब पेज (Web Page) :- होम पेज पर बने हाइपर लिंक पर क्लिक करने पर जो पेज हमारे सामने प्रस्तुत होता है, उसे वेब पेज कहते हैं।
वेबसाइट- वेब पेजों के समूहों को वेबसाइट कहते हैं। जिसमें आडियो, वीडियों, इमेजेस का समावेश होता है।
14. हाइपर लिंक (HyperLink) :- वेब पेज में मौजूद वे विशेष शब्द या चित्र जिस पर क्लिक करने पर उस शब्द या चित्र से सम्बंधित एक अलग वेब पेज पर आ जाती है। उसे वेब पेज को हाइपर लिंक कहते है।
15 डाउनलोड (Download) :- इंटरनेट या किसी अन्य कंम्प्यूटर से प्राप्त सूचनाओं को अपने कम्प्यूटर में एकत्रित करना डाउनलोड कहलाता है।
16. अपलोड (Upload) :- अपने कम्प्यूटर से किसी अन्य कम्प्यूटर में सूचनाएं भेजना अपलोड कहलाता है। जैसे ई-मेल भेजना।
17. सर्वर (Server) :- वह कम्प्यूटर जो इंटरनेट प्रयोग करने वाले सिस्टम को सूचनाएं प्रदान करने की क्षमताएं रखता है, सर्वर कहलाता है।
18. सर्फिंग (Suffering) :- इंटरनेट के नेटवर्कों में अहम सूनचाओं को खोजने का काम सर्फिंग कहलाता है।
19. इंटरनेट एड्रेस (Internet Address) :- इंटरनेट में प्रयुक्त एड्रेस के मूलभूत हिस्से को डोमेन कहा जाता है। इंटरनेट से जुड़े हर कम्प्यूटर का एक अलग डोमेन होता है। जिसे डोमेन नेम सिस्टम कहते हैं। जिसे 3 भागों में बांटा जा सकता है।
1.जेनेरिक डोमेन
2.कंट्री डोमेन
3.इनवर्स डोमेन
20. चैट (Chat) :- इंटरनेट के द्वारा दूर स्थिर अपने मित्र या सगे-सम्बंधियों से वार्तालाप करना, Chat कहलाता हैं।
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